सार (Summary)
इस नाटक के द्वारा यह बताने का प्रयास किया गया है कि व्यक्ति कितना भी बुद्धिमान हो, कितना भी बलशाली हो, वह बच्चों से नहीं जीत सकता। अकबर और बीरबल के बीच संवाद के माध्यम से यह बताने की कोशिश की गई है।
एक दिन बीरबल राजमहल में देर से आता है। इस पर राजा अकबर को गुस्सा आ जाता है। देर से आने का कारण पूछने पर बीरबल ने बताया कि वह अपने बच्चे के कारण समय पर नहीं आ पाया। राजा इस उत्तर से संतुष्ट नहीं होता है। तब बीरबल कहता है कि आप बाप बनें और मैं बेटा बनता हूँ। तब आपको पता चल जाएगा।
ऐसा ही किया जाता है। बेटा बना बीरबल केला माँगता है। केला जब आ जाता है तब बीरबल उसे छीलने के लिए कहता है। जब छिलका उतार दिया जाता है तब उसे काटने के लिए कहता है। जब उसको काट दिया जाता है तब वह रोने लगता है कि मुझे तो साबुत केला ही चाहिए। दूसरा साबुत केला आने पर कहता हैं कि मुझे तो वही केला साबुत चाहिए। तब राजा कहता है कि देखो इन टुकड़ों को ऐसे खाया जाता है। और यह कहकर टुकड़े को खा लेता है। इस पर बच्चा फिर जिद्द करने लगता है कि मुझे तो वही टुकड़ा चाहिए जो आपने खाया है।
अन्त में राजा हार मान लेता है कि सही में बच्चों को समझाना बहुत कठिन काम है।
एकपदेन
उत्तरत-
1-
प्रतीहार:
2-
शिशु
3-
छुरिकया
4-
बीरबल:
5-
बीरबलस्य
II. उत्तरपुस्तिकायाम् पूर्णवाक्ये
उत्तराणि लिखत – ( उत्तरपुस्तिका में पूर्ण वाक्य में उत्तर दीजिए।) (Write complete answers in your
note-book.)
1.
बीरबलः प्रविश्य राजोचितं प्रणम्य
विलम्बस्य क्षमां प्रार्थयति।
2.
बीरबलस्य गृहे शिशुः क्रन्दति स्म तस्य कारणेन सः विलम्बितः आगच्छति ।
3.
द्वितीयदृश्ये बीरबल शिशुः अकबर च पिता भवति ।
4. बीरबल, भवतः एव जय: । स्वीकरोमि,दुर्बोधा: खलु शिशवः। अकबरः अन्ते इति कथयित्वा पराजयं स्वीकरोति ।
III. स्थूलपदानि आधृत्य प्रश्ननिर्माणं कुरुत—
1 – क:
2- कुत्र
3- कस्य
4- किम्
5 – के
6 -किमर्थं
IV. अधोलिखित-वाक्यानि द्वितीयदृश्यात्
गृहीतानि, तानि घटना-क्रमानुसारेण लिखत– (घटना को क्रम में लिखिए।) (Write in order of sequence.)
1.
1 पितः ! अहं कादलं खादितुम् इच्छामि।
5. 2- तस्य त्वचाम् अपाकरोतु ।
3 किमर्थं खण्डशः कृतम् ? अहं पूर्णं कादलद्वयम् इच्छामि।
4. वत्स, सकृत् यत् कृत्तं तत् पूर्णं कथं भवेत् ?V. कः कम् प्रति कथयति – (किसने किससे
कहा?)
1 – बीरबल:
अकबरं
2 - अकबर:
प्रतीहारम्
3 – प्रतीहार:
अकबरं
4 -अकबर:
बीरबलं
6-
बीरबल:
अकबरं
(मोटे
छपे शब्दों को शुद्ध कर पुनः लिखिए। ) ecting the bold words.)
1 - गृहे शिशु: क्रन्दन्ति स्म।
2- शिशु: बुद्धिबलेन न बोध्यते ।
3- अहं कादलं खादितुम् इच्छामि।
4- त्वम अपि एकं खण्ड खाद।
VII. भावानुसारं स्थूलपदानां शुद्धमर्थं
चिनुत – (भावानुसार मोटे छपे शब्दों का सही अर्थ चुनिए।) (Choose the correct meaning of bold
words.)
1 - ख- त्वरितम्
2- क- पुरतः
3- ग- इदानीम्
4- क- एकवारं
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