शिक्षणबिन्दुः– लोकोक्तिः भाषायां वैशिष्ट्यम् उत्पादयति ।
1. अङ्गीकृतं सुकृतिनः पारिपालयन्ति ।
(प्राण जाय पर वचन न जाय।) (The virtuous make good their promise.)
2. अर्धो घटो घोषमुपैति नूनम् ।
(थोथा चना बाजे घना । ) (An empty vessel makes much noise.)
3. महाजनो येन गतः स पंथाः । (बड़ों की राह भली)
(Do what the great men do.) )
4. निरस्तपादपे देशे एरण्डोऽपि दुमायते । (अन्धों में काना राजा)
(Figure among cyphers.) )
5. जलबिन्दुनिपातेन क्रमशः पूर्यते घटः । (बूँद-बूँद से घड़ा भरता है।) (Many a little makes a mickle.)
। 6. सर्वनाशे समुत्पन्ने अर्द्धं त्यजति पण्डितः (भागते चोर की लंगोटी ही सही।) ( (Something is better than nothing.)
7. प्रक्षालनात् हि पड्कस्य दूरादस्पर्शनं वरम्। (प्रायश्चित करने से अच्छा है पाप न करो।) (Prevention is better than cure.)
8. इन्द्रोऽपि लघुतां याति स्वयं प्रख्यापितैर्गुणैः । (अपने मुँह मियां मिट्ठू ।) (Self-praise is no recommendation.)
Nice👍
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